नई शिक्षा नीति 2020
"जीवन को श्रेष्ठ बनने के लिए उचित शिक्षा अत्यंत आवश्यक है।"
प्रारूप :
प्रस्तावना
नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य
नई शिक्षा नीति 2020 की विशेषताएं
नई शिक्षा नीति के लाभ
नई शिक्षा नीति 2020 के हानि
निष्कर्ष
1.प्रस्तावना : किसी भी राष्ट्र के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उचित बुनियादी शिक्षा प्राप्त करना प्रत्येक व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है। सुखी जीवन के लिए उचित शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। 21वीं सदी में सन् 1986 के बाद नई शिक्षा नीति में जुलाई 2020 में बदलाव किया गया, जो नई शिक्षा नीति 2020 के रूप में सामने आया।
2.नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य : नई शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न उद्देश्य है जो निम्नलिखित है
नई शिक्षा नीति का प्राथमिक उद्देश्य भारत में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठना है।
नई शिक्षा नीति का उद्देश्य पुस्तकों के बोझ को कम कर व्यवहारिक शिक्षा को बढ़ावा देना है।
यह विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम के विषयों के अतिरिक्त अन्य विषयों का चयन करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिसे वह सीखना चाहता हों।
इसका उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाना और बच्चों को उचित शिक्षा प्रदान करना है।
3.नई शिक्षा नीति 2020 की विशेषताएं : नई शिक्षा नीति 2020 अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा इसकी विशेषताएं इस प्रकार है
यह पुस्तकों के बोझ को कम कर व्यवहारिक शिक्षा को बढ़ावा देता है।
यह विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम के विषयों के अलावा अन्य विषय जिसे सीखने में उसकी रुचि हो का चयन करने की स्वतंत्रता देता है।
नई शिक्षा नीति 2020 में 10 + 2 को 5 + 3 + 3 + 4 में परिवर्तित कर दिया गया जिसमें 12 साल की स्कूली शिक्षा तथा 3 साल की प्री स्कूलिंग होती है।
4. नई शिक्षा नीति के लाभ : नई शिक्षा नीति 2020 के अनेक लाभ है जैसे
यह विद्यार्थियों को व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करता है।
यह शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने में महत्वपूर्ण है।
यह विद्यार्थी को उसके पाठ्यक्रम के विषयों के अलावा अन्य विषयों का चयन करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है जिसे सीखने में उसकी रुचि हो। नई शिक्षा नीति के पहले विद्यार्थी केवल एक ही विषय का चयन कर पाते थे।
नई शिक्षा नीति 2020 के पूर्व यदि कोई महाविद्यालय में अध्ययन करने वाला विद्यार्थी किसी कारणवश अपनी शिक्षा बीच में छोड़ देता था तो उसे कुछ भी प्राप्त नहीं होता था जैसे प्रमाण पत्र या डिग्री किंतु नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत यदि कोई विद्यार्थी दो सेमेस्टर पूर्ण करने के पश्चात महाविद्यालय छोड़ने पर सर्टिफिकेट दिया जाता है। 4 सेमेस्टर पूर्ण करने के पश्चात महाविद्यालय छोड़ने पर डिप्लोमा की उपाधि दी जाती है तथा 6 सेमेस्टर पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी को डिग्री की उपाधि प्रदान की जाती है।
5. नई शिक्षा नीति 2020 के हानि : नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पांचवी कक्षा तक की शिक्षा क्षेत्रीय भाषा में प्रदान करने की बात कही गई है। इससे छात्रों का अंग्रेजी भाषा की तरफ रुझान कम हो सकता है। आगे की शिक्षा के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना भी आवश्यक हो जाता है, जिसे समझने में कठिनाइयां आ सकती है।
6. निष्कर्ष : भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु नई शिक्षा नीति 2020 अत्यंत आवश्यक है। इससे भारत में शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा तथा यह भारत के विकास में महत्वपूर्ण होगा। कोई भी सपना तभी पूरा हो सकता है जब उसे पूरा करने हेतु उचित प्रयास किया जाए। नई शिक्षा नीति 2020 को पूर्ण रूप से सफल बनाने की हेतु अभी और भी तैयारियां करने की आवश्यकता है।