Q.1 इकोलॉजी शब्द किसने दिया?
Ans: हैकल ने।
Q.2 पारितंत्र (ecosystem) शब्द किसने दिया?
Ans: ए.जी. टेंसले।
Q.3 पारितंत्र के दो घटक कौन-कौन से हैं?
Ans: जैविक एवं अजैविक घटक।
Q.4 सबसे बड़े पारिस्थितिक तंत्र को क्या कहते हैं?
Ans: जीवोम (Biome)।
Q.5 ऊर्जा का पिरामिड कैसा होता है?
Ans: सदैव सीधा।
Q.6 10% का नियम किसने दिया?
Ans: लिंडमैन ने।
Q.7 घास के मैदान में संख्या का पिरामिड कैसा होता है?
Ans: सीधा पिरामिड।
Q.8 एक पेड़ पर संख्या का पिरामिड कैसा होता है?
Ans: उल्टा पिरामिड।
Q.9 तालाब में जीवभार का पिरामिड कैसा होता है?
Ans: उल्टा पिरामिड।
Q.10 एक पेड़ पर जीवभार का पिरामिड कैसा होता है?
Ans: उल्टा पिरामिड।
Q.11 अनुक्रमण शब्द किसने दिया?
Ans: हुल्ट ने।
Q.12 पारिस्थितिक तंत्र के जैविक एवं अजैविक घटक कौन-कौन से हैं लिखिए।
Ans: पारिस्थितिक तंत्र के जैविक घटक -
उत्पादक इसके अंतर्गत हरे पेड़ पौधे आते हैं जो प्रकाश संश्लेषण द्वारा स्वयं के लिए भोजन का निर्माण करते हैं। यह प्राथमिक पोषण स्तर के अंतर्गत आता हैं।
उपभोक्ता वे जीव जो अपना भोजन दूसरे जीवों से प्राप्त करते हैं, उपभोक्ता कहलाते हैं।
ये तीन प्रकार के होते हैं-
प्राथमिक उपभोक्ता ये शाकाहारी होते हैं। ये अपना भोजन हरे पेड़ पौधों से प्राप्त करते हैं। ये द्वितीयक पोषण स्तर के अंतर्गत आता है।
द्वितीयक उपभोक्ता ये मांसाहारी होते हैं। ये अपना भोजन दूसरे जीवों से प्राप्त करते हैं। ये तृतीयक पोषण स्तर के अंतर्गत आते है।
तृतीयक उपभोक्ता ये सर्वोच्च मांसाहारी होते हैं। ये चतुर्थक पोषण स्तर के अंतर्गत आते है।
अपघटक वे जीव जो जटिल कार्बनिक पदार्थ को सरल कार्बनिक पदार्थ में परिवर्तित कर देते हैं, अपघटक कहलाते हैं।
अजैविक घटक -
कार्बनिक यौगिक प्रोटीन, वसा, विटामिन आदि।
अकार्बनिक यौगिक कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन आदि।
जलवायु जल, वायु, मृदा, वर्षा, पहाड़ आदि।
Q.13 पारिस्थितिक तंत्र की उत्पादकता किसे कहते हैं? यह कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: उत्पादकता : प्रति समय में किसी जीव के जीवभार में होने वाली वृद्धि, उत्पादकता कहलाती है।
उत्पादकता दो प्रकार की होती है -
A) प्राथमिक उत्पादकता उत्पादक द्वारा प्रकाश संश्लेषण एवं रासायनिक संश्लेषण क्रिया के द्वारा एकत्रित होने वाले सौर ऊर्जा की दर को प्राथमिक उत्पादकता कहते हैं।
ग्रॉस प्रायमरी प्रोडक्टिविटी : इकाई समय में प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा निर्मित कार्बनिक पदार्थ की मात्रा ग्रॉस प्रायमरी प्रोडक्टिविटी कहलाती है।
नेट प्रायमरी प्रोडक्टिविटी : पौधे द्वारा ग्रॉस प्रायमरी प्रोडक्टिविटी से निर्मित ऊर्जा के कुछ भाग का अपने दैनिक जीवन में उपभोग करने के पश्चात् बची शेष ऊर्जा नेट प्रायमरी प्रोडक्टिविटी कहलाती है।
B) द्वितीयक उत्पादकता उपभोक्ता स्तर पर संग्रहीत होने वाली ऊर्जा की दर को द्वितीयक उत्पादकता कहते हैं।
Q.14 खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं? यह कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: खाद्य श्रृंखला : जब कोई जीव जो किसी अन्य पहले जीव को भोजन के रूप में ग्रहण करता है, वह स्वयं किसी अन्य तीसरे जीव द्वारा भोजन के रूप में ग्रहण किया जाता है, तो इस प्रकार से खाने वाले जीवों की एक श्रृंखला बन जाती है, जिसे खाद्य श्रृंखला कहते हैं।
खाद्य श्रृंखला दो प्रकार की होती है -
A) ग्रेजिंग फूड चैन : वह खाद्य श्रृंखला जो जीवित हरे पौधे से शुरू होती है उसे ग्रेजिंग फूड चैन कहते हैं।
B) डेट्रिटस फूड चैन : वह खाद्य श्रृंखला जो सड़ी-गली, मृत पदार्थों से शुरू होती है उसे डेट्रिटस फूड चैन कहते हैं
Q.15 पोषण स्तर क्या है? समझाइए।
Ans: पोषण स्तर : सभी जीव अपने पोषण के आधार पर खाद्य श्रृंखला में एक विशेष स्थान ग्रहण करते हैं जिसे पोषण स्तर कहते हैं।
4 पोषण स्तर निम्नलिखित है -
प्राथमिक पोषण स्तर : इसके अंतर्गत उत्पादक आते हैं। इस पोषण स्तर की ऊर्जा सबसे अधिक होती है।
द्वितीयक पोषण स्तर : इसके अंतर्गत प्राथमिक उपभोक्ता आते हैं।
तृतीयक पोषण स्तर : इसके अंतर्गत द्वितीयक उपभोक्ता आते हैं।
चतुर्थक पोषण स्तर : इसके अंतर्गत तृतीयक उपभोक्ता आते हैं।
Q.16 पिरामिड क्या है? ये कितने प्रकार के होते हैं? उचित उदाहरण से समझाइए।
Ans: पिरामिड : किसी पोषण स्तर के जीवों के जीवभार तथा उनमें संचित ऊर्जा की मात्रा के अनुपात को चित्र में दिखाया जाता है, जिसे पिरामिड कहते हैं।
पिरामिड के प्रकार :
1 संख्या का पिरामिड
Ex. घास के मैदान में संख्या का पिरामिड सीधा होता है।
एक पेड़ पर संख्या का पिरामिड उल्टा होता है।
2 जीवभार का पिरामिड
Ex. तालाब में जीवभार का पिरामिड उल्टा होता है।
एक पेड़ पर जीवभार का पिरामिड उल्टा होता है।
3 ऊर्जा का पिरामिड
ऊर्जा का पिरामिड सदैव सीधा होता है।
Q.17 पारिस्थितिक तंत्र के विभिन्न प्रकारों की व्याख्या कीजिए।
Ans: पारिस्थितिक तंत्र निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
A) प्राकृतिक पारितंत्र : यह प्राकृतिक रूप से निर्मित होता है।
1) स्थलीय पारितंत्र
घास पारितंत्र : घास के मैदान में पाया जाने वाला पारितंत्र
जंगल पारितंत्र : जंगल में पाया जाने वाला पारितंत्र
मरुस्थलीय पारितंत्र : मरुस्थल में पाया जाने वाला पारितंत्र
पर्वतीय पारितंत्र : पर्वतीय क्षेत्र में पाया जाने वाला पारितंत्र
टुन्ड्रा पारितंत्र : ठंडे क्षेत्रों में पाया जाने वाला पारितंत्र
2) जलीय पारितंत्र
स्वच्छ जलीय पारितंत्र स्वच्छ जल में पाया जाने वाला पारितंत्र
जैसे नदी, झील, झरना, तालाब।
समुद्री जलीय पारितंत्र समुद्री जल में पाया जाने वाला पारितंत्र
जैसे समुद्र एवं महासागर।
B) कृत्रिम पारितंत्र : यह कृत्रिम रूप से निर्मित होता है।
एक्वेरियम : इसमें मछली का पालन किया जाता है।