सामाजिक मूल्यों का संकट
वर्तमान समय में सामाजिक मूल्यों में अनेक बदलाव आ गए हैं। आज समाज में दिनों-दिन अपराध बढ़ते जा रहे हैं। लोगों में आज आपसी सहयोग, भाईचारा, दयाभाव, प्रेम कहीं विलुप्त हो चुके हैं। समाज में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का दुश्मन बना हुआ है। आज व्यक्ति का मस्तिष्क ही नहीं बल्कि उनका आचरण भी बदल चुका हैं। जो रिश्तेदार तथा पड़ोसी पहले महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करते थे आज उन्हीं रिश्तेदारों और पड़ोसियों के बीच महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है। लोग छोटी-छोटी बालिकाओं का यौन शोषण करने लगे हैं। अनेक लोग धन-संपत्ति के लोभ में आकर अपने ही माता-पिता की हत्या कर देते हैं या फिर उन्हें घर से बेघर कर दर-दर भटकने के लिए छोड़ देते हैं। आज गुरुओं और विद्यार्थियों के मध्य संबंध ठीक नहीं है। भौतिक समृद्धि पाने हेतु लोग किसी भी हद तक अनैतिक कार्य करने लगते हैं।