जगत प्रोटिस्टा (Kingdom Protista) :
इसके अंतर्गत एककोशिकीय, यूकैरियोटिक कोशिका वाले जीव आते हैं।
कोशिका भित्ति उपस्थित या अनुपस्थित होता हैं।
सामान्यतः जलीय होते हैं। ये स्वच्छ या लवणीय जल में पाएं जाते है।
स्वपोषी या परपोषी होते हैं।
विभिन्न प्रकार के वर्णक (क्लोरोफिल a,c, xanthophyll) पाएं जाते हैं।
इसमें एककोशिकीय शैवाल, कवक, प्रोटोजोआ शामिल हैं। अतः इसमें किसी प्रकार की सीमाएं (limitation) नहीं होता है।
जनन लैंगिक या अलैंगिक प्रकार का होता है।
प्रोटिस्टा का वर्गीकरण
1) क्राइसोफाइट्स :
ये स्वच्छ या लवणीय जल में पाएं जाते है।
ये जल प्लावी (Phytoplankton) होते हैं।
इनकी कोशिका भित्ति सेल्यूलोज + सिलिका का बना होता हैं ।
इसमें क्लोरोफिल a,c, xanthophyll वर्णक पाएं जाते हैं।
इनमें उपस्थित सिलिका कभी भी नष्ट नहीं होता। मृत होने पर यह सिलिका नीचे इकट्ठा हो जाता है, इसे सुनहरी शैवाल (golden algae) कहते हैं। सिलिका के इकट्ठे होने से डिएटम्स बनते हैं जिसका उपयोग पॉलिशिंग, सीरप बनाने, तेलों की निस्यंदन, साउंड प्रूफिंग में किया जाता है।
2) डाई फ्लैजेलेट्स :
ये लवणीय जल में पाएं जाते है।
इनकी कोशिका भित्ति सेल्यूलोज की बनी होती हैं ।
इसमें क्लोरोफिल a,c एवं भिन्न-भिन्न रंग के वर्णक पाएं जाते हैं।
इनमें दो फ्लैजेलेट्स पाएं जाते हैं।
Gonyalux के कारण जल की लहरें लाल - लाल दिखाई देता हैं, जिसे लाल तरंग कहते हैं।
जल को विषाक्त करते हैं।
3) यूग्लीनाॅइड्स
कोशिका भित्ति अनुपस्थित। प्रोटीन का आवरण पाया जाता हैं।
ये स्वच्छ जल में पाएं जाते हैं।
क्लोरोफिल a, b उपस्थित।
प्रकाश की उपस्तिथि में प्रकाश संश्लेषण करते हैं तथा प्रकाश की अनुपस्थिति में प्राणी समान भोजन करते हैं।
इनमें दो फ्लैजेलेट्स पाएं जाते हैं। एक छोटा व एक बड़ा होता हैं। बड़ा फ्लैजेलेट ही प्रचलन में मदद करता हैं।
रिक्तिका उपस्थित ।
4) स्लाइड माॅल्ड्स :
ये स्थल में उपस्थित सड़े, मृत पत्तियों में पाएं जाते हैं।
ये मृतोपजीवी होते हैं।
इनमें फ्रूटिंग बाॅडी (fruiting body) पाया जाता हैं। इनमें प्रतिकूल वातावरण में एक्सोस्पोर ( exospore ) बनते हैं तथा इसकी भित्ति प्रतिकूल वातावरण को झेल सकता हैं ।
5) प्रोटोजोआ :
ये स्वच्छ या लवणीय जल में पाएं जाते है।
कोशिका भित्ति नहीं पाई जाती है।
इन्हें पुराने जंतु भी कहा जाता है।
a) अमीबीओइड
ये लवणीय जल में पाएं जाते हैं।
ये स्यूडोपोडिया के द्वारा प्रचलन करते हैं।
Asexual reproduction : through Fission
Ex. अमीबा, एण्टअमीबा हिस्टोलिटिका
b) फ्लैजेलेट्स
ये फ्लैजेला के द्वारा प्रचलन करते हैं।
Ex. ट्रिपाइनोसोमा
c) सिलिएटा
ये सिलिया के द्वारा प्रचलन करते हैं।
Ex. पैरामीशियम
d) स्पोरोजोआ
प्रचलन अंग अनुपस्थित।
संक्रामक होते हैं।
Reproduction : Asexual and asexual
Ex. प्लाज्मोडियम