MCQs
ग्लाइकोलाइसिस के अंत में कौन सा पदार्थ बनता है?
Ans: पायरुविक एसिड।
ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया में कितने ATP का उपयोग होता है?
Ans: दो ATP।
ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया में कितने ATP बनते हैं?
Ans: 4 ATP
ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया में कुल कितने ATP का लाभ होता है?
Ans: 2 ATP या 8 ATP (NADH2 सहित)।
ग्लाइकोलाइसिस किस प्रकार की अभिक्रिया है?
Ans: अवायवीय अभिक्रिया।
क्रेब्स चक्र को और किस नाम से जाना जाता है?
Ans: सिट्रिक एसिड चक्र या TCA चक्र।
TCA चक्र का पूरा नाम क्या है?
Ans: #
क्रेब्स चक्र में ग्लूकोज के एक अणु से कुल कितने एटीपी का निर्माण होता है?
Ans: 30
कार्बोहाइड्रेट के अनाॅक्सी श्वसन का श्वसन गुणांक कमांड कितना होता है?
Ans: 1 से अधिक।
कार्बोहाइड्रेट के सामान्य श्वसन का श्वसन गुणांक कमांड कितना होता है?
Ans: 1
मांसल पौधें के लिए R.Q. का मान कितना होता है?
Ans: 0
वर्षा एवं प्रोटीन के लिए R.Q. का मान कितना होता है।
Ans: 1 से कम।
Short Type Questions
Q.1 ऑक्सीडेटिव फास्फोरिलेशन किसे कहते हैं।
Ans: ऑक्सीडेटिव फास्फोरिलेशन कोशिकीय प्रक्रिया है जो माइटोकॉन्ड्रिया में संपन्न होती है, जिसमें इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट चैन में इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह से ऊर्जा का उपयोग करके ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन किया जाता है। इसे कोशिकीय श्वसन का अंतिम चरण माना जाता है, जहां ग्लूकोज जैसे खाद्य अणुओं से प्राप्त ऊर्जा को ATP के रूप में संग्रहीत किया जाता है। ATP कोशिका के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है।
Q.2 संतुलन बिंदु किसे कहते हैं?
Ans: प्रातः काल एवं शाम के समय पौधों में प्रकाश संश्लेषण व श्वसन की दर समान होती है। गैसीय विनिमय नहीं होता है, इस स्थिति को संतुलन बिंदु कहते हैं।
Q.3 श्वसन गुणांक किसे कहते हैं? उदाहरण देकर समझाइए। इसके मापन के लिए किस यंत्र का उपयोग किया जाता है?
Ans: श्वसन की क्रिया में निकली कार्बन डाइऑक्साइड के आयतन एवं अवशोषित ऑक्सीजन के आयतन के अनुपात को श्वसन गुणांक कहते हैं।
उदाहरण : कार्बोहाइड्रेट का श्वसन गुणांक (ऑक्सी श्वसन) = 1
कार्बोहाइड्रेट का श्वसन गुणांक (अनाॅक्सी श्वसन) = 1 से अधिक
वसा एवं प्रोटीन का श्वसन गुणांक = 1 से कम
मांसल पौधें का श्वसन गुणांक = 0
इसके मापन के लिए रेस्पाइरोमीटर का उपयोग किया जाता है।
Q.4 श्वसन कितने प्रकार के होते हैं? प्रत्येक को उदाहरण देकर समझाइए।
Ans: श्वसन दो प्रकार के होते हैं -
1 ऑक्सी श्वसन : ऐसा श्वसन जो ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है उसे ऑक्सी श्वसन कहते हैं।
इसमें भोज्य पदार्थों का पूर्ण रूप से ऑक्सीकरण होता है।
इस क्रिया के अंत में कार्बन डाइऑक्साइड व जल मुक्त होते है।
यह क्रिया कोशिका द्रव्य व माइटोकांड्रिया में संपन्न होती है।
यह श्वसन अधिकांश जीवों में पाया जाता है।
इसमें 38 ATP के अणु का निर्माण होता है।
2 अनाॅक्सी श्वसन : ऐसा श्वसन जो ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है उसे अनाॅक्सी श्वसन कहते हैं।
इसमें भोज्य पदार्थों का पूर्ण रूप से ऑक्सीकरण नहीं होता है।
इस क्रिया के अंत में कार्बन डाइऑक्साइड व एल्कोहल मुक्त होते है।
यह क्रिया कोशिका द्रव्य में संपन्न होती है।
यह श्वसन कम जीवों में पाया जाता है।
इसमें 2 ATP के अणु का निर्माण होता है।
Q.5 ग्लाइकोलाइसिस किसे कहते हैं?
Ans: वह प्रक्रिया जिसके द्वारा 6 कार्बन वाला ग्लूकोज, 3 कार्बन वाले पायरूवेट में परिवर्तित हो जाता है ग्लाइकोलाइसिस कहलाता है।
Long Type Questions
Q.1 ग्लाइकोलाइसिस किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएं लिखिए।
Ans: वह प्रक्रिया जिसके द्वारा 6 कार्बन वाला ग्लूकोज, 3 कार्बन वाले पायरूवेट में परिवर्तित हो जाता है ग्लाइकोलाइसिस कहलाता है।
मुख्य बिंदु
इसके द्वारा 6 कार्बन वाला ग्लूकोज, 3 कार्बन वाले पायरूवेट में परिवर्तित हो जाता है।
यह प्रक्रिया साइटोप्लाज्म में संपन्न होता है।
इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। अतः यह एक अनाॅक्सी प्रक्रिया है।
किंतु यह प्रक्रिया ऑक्सीजन की उपस्थिति में भी संपन्न हो सकती है लेकिन इसमें ऑक्सीजन का उपयोग नहीं होता है।
ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में इस प्रक्रिया द्वारा बने NADH का, NAD+ में ऑक्सीकरण नहीं हो पाता क्योंकि ETC में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
इस प्रक्रिया में पायरूवेट एवं NADH की क्रिया से लैक्टिक एसिड एवं NAD+ बनता है। अर्थात् पायरूवेट का लैक्टिक एसिड में परिवर्तित होने से NADH का NAD+ में ऑक्सीकरण हो जाता है।
लैक्टिक एसिड के जमाव होने से थकान महसूस होता है। यही कारण है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण व्यायाम करते समय , दौड़ते समय थकान महसूस होता है।
जब शरीर विश्रामावस्था में आता है तब लैक्टिक एसिड के ऑक्सीकरण हेतु अतिरिक्त ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिसे ऑक्सीजन ऋण भी कहा जाता है।
ग्लाइकोलाइसिस से कुल 10 molecules of ATP बनते हैं, किंतु इस प्रक्रिया के दौरान 2 molecules of ATP का उपयोग हो जाता है। अतः कुल 8 molecules of ATP का ही लाभ होता है।
ग्लाइकोलाइसिस को E.M.P. Pathway भी कहते हैं क्योंकि इसे ऐम्बडेन, मेयरहाॅफ एवं पारनास द्वारा दिया गया था।
Q.2 ग्लाइकोलाइसिस किसे कहते हैं? इसकी क्रियाविधि को चार्ट के माध्यम से समझाइए।
Ans: वह प्रक्रिया जिसके द्वारा 6 कार्बन वाला ग्लूकोज, 3 कार्बन वाले पायरूवेट में परिवर्तित हो जाता है ग्लाइकोलाइसिस कहलाता है।
Q.3 क्रेब्स चक्र किसे कहते हैं? इसकी क्रियाविधि को चार्ट के माध्यम से समझाइए।
Ans: ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया से निर्मित 3 कार्बन वाले पायरूवेट का ऑक्सीजन की उपस्थिति में ऑक्सीकरण होता है, क्रेब्स चक्र कहलाता है।
Q.4 क्रेब्स चक्र किसे कहते हैं? इसकी विशेषताएं लिखिए।
Ans: ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया से निर्मित 3 कार्बन वाले पायरूवेट का ऑक्सीजन की उपस्थिति में ऑक्सीकरण होता है, क्रेब्स चक्र कहलाता है।
मुख्य बिंदु
इसे सिट्रिक ऐसिड चक्र या ट्राइकार्बोक्सिलिक एसिड चक्र भी कहते हैं।
इसके दौरान 3 कार्बन वाले पायरूवेट का ऑक्सीजन की उपस्थिति में ऑक्सीकरण होता है।
यह प्रक्रिया माइटोकांड्रिया के मैट्रिक्स में संपन्न होता है।
इस चक्र में प्रवेश करने से पहले पायरूवेट, link reaction के द्वारा CO-A एवं NAD+ की उपस्थिति में Acetyl CO-A में परिवर्तित हो जाता है, साथ ही CO2 एवं NADH भी मुक्त होते हैं।
इस प्रक्रिया से कुल 30 molecules of ATP (NADH, FADH, GTP, ATP सहित) प्राप्त होते हैं।
30 molecules of ATP, पायरूवेट के 2 अणुओं के ऑक्सीकरण से प्राप्त होता है।
Q.5 इलेक्ट्राॅन ट्रान्सफर सिस्टम क्या है? चार्ट के माध्यम से समझाइए।
Ans:
Q.6 इलेक्ट्राॅन ट्रान्सफर सिस्टम क्या है? इसमें कितने काॅम्प्लेक्स होते हैं? प्रत्येक के नाम एवं कार्य लिखिए।
Ans: