बदलती जीवन शैली
बदलती जीवन शैली से तात्पर्य है मनुष्य के रहन-सहन में होने वाले परिवर्तन। आज मनुष्य के जीवन शैली में बहुत बदलाव आ रहे हैं। पहले के जीवन स्तर और वर्तमान के जीवन स्तर में काफी अंतर आ गया है। पहले मनुष्य सादा जीवन जीते थे और उच्च विचार रखते थे, किंतु वर्तमान समय में मनुष्य आलसी होता जा रहा है। वह अपने काम को कल पर टालने लगा है। हमारे बुजुर्ग कहते हैं कि 'जल्दी सोना और जल्दी उठना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है', किंतु आज का मनुष्य देर रात तक जागते रहते हैं एवं सुबह बहुत देर तक सोते रहते हैं। इससे न केवल उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों को भी बुलावा देता है।
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। हमें समझ में ही रहना है। अतः हमें एक दूसरे के साथ आपसी भाईचारे की भावना से, मित्रतापूर्ण व्यवहार करना चाहिए। आज मनुष्य को चाहिए कि वह एक स्वस्थ्य जीवन शैली अपनायें तथा उसमें योग को भी अवश्य शामिल करें क्योंकि योग न केवल हमें स्वस्थ्य रखता है, बल्कि हमें सक्रिय बनाता है तथा आलस को दूर करता है।