चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती
त्रिलोचन
त्रिलोचन
कवि त्रिलोचन की कविता "चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती" में चंपा नामक एक अनपढ़ लड़की की कहानी है, जो अक्षरों को नहीं पहचानती। जब कवि पढ़ने बैठता है, तो वह चुपचाप खड़ी होकर उसे सुनती है और हैरान होती है कि इन काले अक्षरों से कैसे शब्द निकलते हैं।
चंपा एक सुंदर ग्वाले की बेटी है, जो गाय-भैंसों को चराने जाती है। वह चंचल और नटखट है, कभी-कभी कवि की कलम चुरा लेती है और कागज गायब कर देती है, जिससे कवि परेशान हो जाता है।
कवि उसे समझाता है कि पढ़ाई जीवन में उपयोगी है और महात्मा गांधी भी चाहते थे कि सभी लोग पढ़ना-लिखना सीखें। लेकिन चंपा कहती है कि वह नहीं पढ़ेगी, क्योंकि गांधी जी जो अच्छे थे, वह पढ़ाई की बात क्यों करते हैं? इस प्रकार, चंपा की बातों में शिक्षा के प्रति उदासीनता और ग्रामीण जीवन की कठिनाइयाँ झलकती हैं।
कविता में "काले काले" शब्दों का प्रयोग शिक्षा की ओर ग्रामीण समाज की उदासीनता को दर्शाता है। चंपा के माध्यम से कवि ने पलायन, गरीबी और शिक्षा की महत्ता पर गहरी टिप्पणी की है। यह कविता हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक विकास का भी आधार है।
1. कविता “चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती” के लेखक कौन हैं?
A) त्रिलोचन ✅
B) भवानी प्रसाद मिश्र
C) सूरदास
D) हरिवंश राय बच्चन
2. कविता का मुख्य विषय क्या है?
A) प्राकृतिक सुंदरता
B) चंपा की अनपढ़ता और शिक्षा का महत्व ✅
C) स्वतंत्रता संग्राम
D) बाल जीवन
3. चंपा कौन है?
A) कवि की बहन
B) एक अनपढ़ लड़की और ग्वाले की बेटी ✅
C) गाँव की शिक्षिका
D) कवि की मित्र
4. चंपा अक्षरों को क्यों नहीं पहचानती?
A) वह आलसी है
B) वह कभी स्कूल नहीं गई ✅
C) वह बीमार है
D) उसे पढ़ाई में रुचि है
5. कवि पढ़ते समय चंपा क्या करती है?
A) चुपचाप सुनती है ✅
B) कविता लिखती है
C) खेलती है
D) गाय चराती है
6. कवि को चंपा की कौन सी आदत परेशान करती है?
A) वह कागज और कलम चुरा लेती है ✅
B) वह खाना नहीं खाती
C) वह खेल में व्यस्त रहती है
D) वह देर से आती है
7. कविता में “काले काले अक्षर” किसका प्रतीक हैं?
A) अंधकार
B) शिक्षा और ग्रामीण समाज की उदासीनता ✅
C) प्रकृति
D) कविता
8. चंपा गांधी जी के बारे में क्या कहती है?
A) उन्हें पढ़ाई करनी चाहिए
B) गांधी जी अच्छे थे, लेकिन पढ़ाई की बात क्यों करते हैं? ✅
C) गांधी जी ने खेलों का महत्व बताया
D) गांधी जी के विचार उसे पसंद नहीं हैं
9. कविता का संदेश क्या है?
A) बच्चों को खेलना चाहिए
B) शिक्षा का महत्व और ग्रामीण जीवन में कठिनाइयाँ ✅
C) गाँव में केवल गाय चरानी चाहिए
D) केवल कविता लिखना ही ज्ञान है
10. चंपा का व्यवहार कवि पर क्या प्रभाव डालता है?
A) कवि उसे नापसंद करता है
B) कवि को खुशी और कभी-कभी परेशानी होती है ✅
C) कवि उसे डांटता है
D) कवि उसे पढ़ाता नहीं
1. कविता के लेखक कौन हैं?
उत्तर: कविता के लेखक त्रिलोचन हैं। उन्होंने चंपा नामक एक अनपढ़ लड़की का चित्रण किया है। कविता में ग्रामीण जीवन, शिक्षा की कमी और बच्चों की मासूमियत को उजागर किया गया है। चंपा अक्षरों को नहीं पहचानती, लेकिन उसका सरल और नटखट स्वभाव कवि के लिए आकर्षक और मार्मिक है।
2. कविता का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: कविता का मुख्य विषय ग्राम्य जीवन में शिक्षा का महत्व और बच्चों की मासूमियत है। चंपा के माध्यम से लेखक दिखाते हैं कि शिक्षा की अनुपस्थिति ग्रामीण बच्चों को सीमित कर देती है, लेकिन उनकी जिज्ञासा और संवेदनशीलता बनी रहती है।
3. चंपा कौन है और उसका जीवन कैसा है?
उत्तर: चंपा एक अनपढ़ लड़की है और ग्वाले की बेटी है। वह खेतों में और गाय-भैंस चराने जाती है। उसका जीवन सरल और ग्रामीण परिवेश से जुड़ा हुआ है। वह कभी-कभी कवि की कलम और कागज छिपा लेती है, जिससे कवि को परेशानी होती है।
4. चंपा अक्षरों को क्यों नहीं पहचानती?
उत्तर: चंपा अक्षरों को इसलिए नहीं पहचानती क्योंकि वह कभी स्कूल नहीं गई। उसकी शिक्षा का अभाव उसे पढ़ने-लिखने में अक्षम बनाता है, लेकिन उसकी जिज्ञासा और समझ की क्षमता दिखती है।
5. कवि पढ़ते समय चंपा क्या करती है?
उत्तर: जब कवि पढ़ते हैं, तो चंपा चुपचाप उन्हें सुनती है। कभी-कभी वह नटखट होकर कलम और कागज छिपा लेती है। यह उसके मासूम और चंचल स्वभाव को दर्शाता है।
6. “काले काले अक्षर” किसका प्रतीक हैं?
उत्तर: कविता में “काले काले अक्षर” शिक्षा और ग्रामीण समाज की उदासीनता का प्रतीक हैं। यह दिखाता है कि ग्रामीण बच्चों के लिए पढ़ाई कठिन और दूर की चीज़ है।
7. चंपा गांधी जी के बारे में क्या कहती है?
उत्तर: चंपा कहती है कि गांधी जी अच्छे थे, लेकिन पढ़ाई की बात क्यों करते हैं। यह उसकी मासूमियत और शिक्षा के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।
8. कविता में चंपा का व्यवहार कवि पर क्या प्रभाव डालता है?
उत्तर: चंपा का व्यवहार कवि पर खुशी और कभी-कभी परेशानी पैदा करता है। उसकी नटखट आदतें कवि को मनोरंजक और मार्मिक लगती हैं।
9. कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: कविता का संदेश है कि शिक्षा का महत्व और ग्रामीण जीवन में बच्चों की संवेदनशीलता समझना जरूरी है। यह दिखाता है कि शिक्षा की कमी बच्चों के जीवन को प्रभावित करती है, लेकिन उनका सरल और जिज्ञासु स्वभाव उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करता है।
10. कविता में ग्रामीण जीवन का चित्रण कैसे किया गया है?
उत्तर: कविता में ग्रामीण जीवन को सरल, प्राकृतिक और कठिन परिस्थितियों से भरा बताया गया है। चंपा गाय-भैंस चराती है और खेतों में रहती है। जीवन में शिक्षा की कमी है, लेकिन मासूमियत और जिज्ञासा बनी रहती है। यह ग्रामीण परिवेश और बच्चों की जीवनशैली को चित्रित करता है।
1. चंपा ने ऐसा क्यों कहा कि “कॉलकत्ता पर बजर गिरे”?
उत्तर: चंपा ने यह बात इस अर्थ में कही कि बड़े-बड़े शहरों और वहां की शिक्षा, संपन्नता और आदर्शों का प्रभाव उसके लिए समझना कठिन है। ग्रामीण जीवन की सादगी और प्राकृतिक परिवेश में पली-बढ़ी चंपा के लिए शहर की बातें और वहां के अनुभव कल्पनाशील और दूर की चीज़ लगते हैं। यह उसकी मासूमियत और शिक्षा के प्रति असमर्थता को दर्शाता है। वह यह भी व्यक्त करती है कि वह बड़े शहरों के सामाजिक और शैक्षणिक आदर्शों को अपनी रोजमर्रा की वास्तविकता से जोड़ नहीं पाती।
2. चंपा को इस पर क्यों विश्वास नहीं होता कि गांधी बाबा ने पढ़ने-लिखने की बात की होगी?
उत्तर: चंपा को विश्वास नहीं होता क्योंकि उसके अनुभव में शिक्षा और किताबें दूर की चीज़ें हैं। उसने कभी स्कूल नहीं देखा और गाँव में बच्चों की प्राथमिक शिक्षा तक सीमित है। गांधी बाबा के बड़े आदर्श और शिक्षा के महत्व की बातें उसके लिए व्यवहारिक रूप में अनुभव नहीं हैं। इसलिए वह सोचती है कि गांधी जी के विचार अच्छे हैं, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत रूप से पढ़ाई की बात क्यों की होगी, यह समझना उसके लिए कठिन है।
3. कवि ने चंपा के किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?
उत्तर: कवि ने चंपा की मासूमियत, नटखट स्वभाव, जिज्ञासा, सरलता और संवेदनशीलता का उल्लेख किया है। वह पढ़ना नहीं जानती, पर उसे सुनना और समझना आता है। कभी-कभी वह कलम या कागज छिपा लेती है, जिससे कवि परेशान होता है, लेकिन यह उसकी चंचलता और चंचल स्वभाव का परिचायक है। उसकी सरलता और ग्रामीण जीवन से जुड़ी सच्चाई कविता में स्पष्ट दिखाई देती है।
4. आपके विचार से चंपा ने ऐसा क्यों कहा कि “मैं तो नहीं पढ़ूँगी”?
उत्तर: चंपा ने यह इसलिए कहा क्योंकि उसके जीवन में शिक्षा का महत्व और पुस्तकें उसकी दैनिक वास्तविकता से दूर हैं। उसका अनुभव गाय-भैंस चराना और खेत में काम करना है। वह प्राकृतिक और सामाजिक परिवेश की सीमाओं में बड़ी हुई है। उसकी यह बात उसकी मासूमियत और ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों को दर्शाती है। वह पढ़ाई को अनिवार्य या आवश्यक नहीं मानती, बल्कि इसे शहर और आदर्शों से जुड़ी चीज़ समझती है।
5. कविता का मुख्य संदेश और शिक्षा क्या है?
उत्तर: कविता का संदेश यह है कि शिक्षा का महत्व और ग्रामीण जीवन में बच्चों की जिज्ञासा समझना जरूरी है। चंपा के माध्यम से यह दिखाया गया कि शिक्षा की कमी ग्रामीण बच्चों के जीवन में बाधक है, लेकिन उनकी मासूमियत और संवेदनशीलता उन्हें सीखने और समझने के लिए प्रेरित करती है। यह कविता शिक्षा, ग्रामीण जीवन और बच्चों की वास्तविकता को उजागर करती है।