नमक
रजिया सज्जाद जहिर
रजिया सज्जाद जहिर
रज़िया सज्जाद ज़हीर की कहानी “नमक” भारत के विभाजन और उसके बाद के मानवीय अनुभवों पर आधारित है। कहानी की नायिका साफिया के सामने एक सिख-बीबी आती है, जिसकी शक्ल-सूरत साफिया की मर चुकी माँ जैसी दिखाई देती है। यही मिलन भावनात्मक गहराई और मातृभूमि, यादों और अपनत्व का प्रतीक बनता है।
सिख बीबी साफिया से अनुरोध करती है कि वह "लाहौरी नमक" भेज दे। यह केवल खाने की वस्तु नहीं, बल्कि याद, अपनत्व और देश से जुड़े भावों का प्रतीक है। साफिया अपने भाई से सलाह लेती है। भाई उसे चेतावनी देते हैं कि सीमा-कस्टम के नियमों के कारण ऐसा करना कठिन है और गैरकानूनी भी हो सकता है।
साफिया पहले सोचती है कि नमक को छिपा कर भेजे, लेकिन अंत में वह साहस दिखाती है और इसे खुले रूप में कस्टम के सामने पेश करती है। कस्टम अफसर नियमों के बावजूद भावनाओं से प्रभावित होकर नमक को जाने देते हैं। इसी तरह अमृतसर/दिल्ली के अन्य अफसर भी भावुक हो उठते हैं, यह दिखाता है कि मानचित्र पर खींची गई रेखाएँ ज़मीन बाँट सकती हैं, पर दिलों का बँटवारा नहीं होता।
कहानी के अन्य प्रसंगों में साफिया और सिख-बीबी के बीच की बातचीत, सीमापार के रिश्तों में अपनत्व और पारस्परिक विश्वास का आदान-प्रदान दिखाया गया है। कहानी का केंद्रीय संदेश यही है कि देश और ज़मीन भले बाँटी जाएँ, पर प्रेम, अपनत्व, और मानवता की सीमाएँ कभी नहीं बँटतीं।
1. कहानी “नमक” की नायिका कौन है?
(a) सोफ़िया
(b) साफिया ✅
(c) सिख बीबी
(d) हाजरा
2. सिख बीबी की शक्ल-सूरत किसकी याद दिलाती है?
(a) साफिया की बहन
(b) साफिया की माँ ✅
(c) साफिया की सहेली
(d) साफिया की दादी
3. सिख बीबी ने साफिया से क्या मांगने के लिए कहा?
(a) चाय
(b) नमक ✅
(c) कपड़े
(d) मिठाई
4. साफिया का भाई नमक भेजने के खिलाफ क्यों था?
(a) उसे सीमा-कस्टम नियमों की चिंता थी ✅
(b) उसे नमक पसंद नहीं था
(c) वह देशभक्त नहीं था
(d) उसे साफिया से नफरत थी
5. साफिया ने अंत में नमक कैसे भेजा?
(a) छिपाकर
(b) खुले रूप में ✅
(c) नहीं भेजा
(d) किसी और को भेजा
6. कस्टम अफसरों की प्रतिक्रिया क्या थी?
(a) सख्ती से रोक दिया
(b) नियम मानते हुए नमक जब्त किया
(c) मानवीय भाव से नमक को जाने दिया ✅
(d) साफिया को जेल में डाल दिया
7. कहानी में ‘नमक’ किसका प्रतीक है?
(a) केवल भोजन
(b) अपनत्व, याद और मानवता ✅
(c) धन और संपत्ति
(d) राजनीतिक शक्ति
8. कहानी का केंद्रीय संदेश क्या है?
(a) भौगोलिक सीमाएँ सब कुछ तय करती हैं
(b) दिल और रिश्तों को विभाजन नहीं बाँट सकता ✅
(c) केवल कानून ही महत्वपूर्ण हैं
(d) यादें मिट जाती हैं
9. कहानी का पृष्ठभूमि काल क्या है?
(a) स्वतंत्रता से पहले
(b) भारत विभाजन के समय ✅
(c) प्रथम विश्व युद्ध
(d) आधुनिक भारत
10. सिख बीबी और साफिया के संबंध को कहानी में किस रूप में दिखाया गया है?
(a) भौतिक लेन-देन
(b) भावनात्मक अपनत्व और मित्रता ✅
(c) व्यापारिक समझौता
(d) प्रतियोगिता
प्रश्न 1: साफिया के भाई ने नमक की पुड़िया ले जाने से क्यों मना कर दिया?
उत्तर: साफिया के भाई ने नमक की पुड़िया ले जाने से मना कर दिया जिसके निम्नलिखित कारण थे
भारत-पाक विभाजन के पश्चात पाकिस्तान से भारत नामक ले जाना गैरकानूनी माना जाएगा।
पाकिस्तान से भारत जाते समय साफिया के सामानों की जांच विभिन्न कस्टम अधिकारियों द्वारा की जानी थी। यदि कस्टम अधिकारी को साफिया के समान में नमक की पुडिया मिलती, तो उसकी बदनामी होती।
साफिया का पुलिस अफसर भाई उसे कहता है कि भारत में तो नमक की कोई कमी नहीं है, वहां तो पाकिस्तान से अधिक नमक पाया जाता है, तो वह नमक क्यों ले जाना चाहती है।
प्रश्न 2: नमक की पुड़िया ले जाने के संबंध में साफिया के मन में क्या द्वंद था?
उत्तर: नमक की पुड़िया को पाकिस्तान से भारत ले जाने के संबंध में साफिया के मन में यह द्वंद था कि वह नमक की पुड़िया को कस्टम अधिकारी को दिखाकर, उनकी अनुमति लेकर ले जाए या छुपाकर अर्थात् गैर कानूनी समान, नमक को कीनू की टोकरी में छुपाकर भारत ले जाएं क्योंकि सफिया ने पहले से देख रखा था कि भारत से पाकिस्तान आने वाले लोग केला लेकर आते थे तथा पाकिस्तान से भारत जाने वाले लोग कीनू लेकर जाते थे तथा उन फलों की जांच कस्टम अधिकारी द्वारा नहीं की जाती थी।
प्रश्न 3: जब साफिया अमृतसर पुल पर चढ़ रही थी तो कस्टम अधिकारी निचली सीढ़ी के पास सिर झुकाए चुपचाप क्यों खड़े थे?
उत्तर: जब साफिया अमृतसर पुल पर चढ़ रही थी तो कस्टम अधिकारी निचली सीढ़ी के पास सिर झुकाए चुपचाप इसलिए खड़े थे क्योंकि जब साफिया ने उन्हें सिख बीबी के बारे में बताया कि वह लाहौर को अपना वतन मानती है तथा इसलिए उन्होंने साफिया से सौगात के रूप में लाहौरी नमक लाने के लिए कहा है। तब सिख बीबी का अपने वतन के प्रति प्रेम व तड़प देखकर कस्टम अधिकारी को भी अपने वतन की याद आने लगी। भारत-पाक विभाजन के बाद देशवासी दो देशों में विभाजित हो गए, किंतु उनका लगाव उनके वतन के प्रति कम नहीं हुआ, भले ही वे अपने भावनाओं का आदान-प्रदान नहीं कर पा रहे थे।
प्रश्न 4: नमक ले जाने के बारे में साफिया के मन में उठे द्वंदो के आधार पर उसकी चारित्रिक विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
या
साफिया के चरित्र गुणों की व्याख्या करें।
उत्तर: साफिया के चारित्रिक विशेषताएं निम्नलिखित है -
भावुक : साफिया की मां की मृत्यु हो गई थी। एक कीर्तन में उसकी मुलाकात सिख बीबी से हुई, जो उसकी मां की हमशक्ल थी। उन्हें देखकर वह भावुक हो गई तथा उनके सभी आदेशों का पालन करना चाहती थी।
वादे की पक्की : सिख बीबी ने साफिया से लाहौरी नमक सौगात की रूप में मनाया था, जिसके लिए सफिया ने उन्हें लाहौरी नमक लाने का वादा कर दिया। उस वादे को वह हर हाल में पूरा करना चाहती थी।
साहसी : वह अपने वादे को पूरा करने के लिए गैर-कानूनी रूप से नमक ले जाने का भी साहस रखती थी।
ईमानदार : वह पाकिस्तान से भारत जाते समय कीनू की टोकरी में नमक छुपाकर ले जा रही थी, किंतु उसने उसके बारे में कस्टम अधिकारी को सब कुछ बता दिया अतः वह ईमानदार थी।
प्रश्न 5: 'लाहौर अभी तक उनका वतन है और देहली मेरा या मेरा वतन ढाका है' जैसे उद्गार किस सामाजिक यथार्थ को संकेत करते हैं?
उत्तर: 'लाहौर अभी तक उनका वतन है और देहली मेरा या मेरा वतन ढाका है' जैसे उद्गार यह संकेत देता है कि राजनीतिक कारणों से भले ही देश को विभाजित कर दिया गया हो, किंतु उन देशों में रहने वाले लोगों की भावनाओं को विभाजित नहीं किया जा सकता। देश के विभाजन से भले ही देशवासियों का बंटवारा हो गया हो, किंतु उनके मन से उनके देश के प्रति प्रेम, तड़प तथा लगाव को चाह कर भी खत्म नहीं किया जा सकता। जिस प्रकार सिख बीबी भारत में रहते हुए भी अपना वतन लाहौर को मानती है तथा सौगात में वह लाहौरी नमक की मांग करती है। उसी प्रकार पाकिस्तानी कस्टम अधिकारी देहली को अपना वतन मानता है।
प्रश्न 6: 'मानचित्र पर लकीर खींच देने भर से जमीन और जनता बंट नहीं जाती' उचित तार को और उदाहरण के जरिए इसकी पुष्टि करें।
या
'सीमाएं बंट जाने से दिल नहीं बंटा करते' नामक कहानी के आधार पर समझाइए।
उत्तर: यह कथन सर्वथा उचित है क्योंकि लोगों की भावनाएं उनकी जन्मभूमि से जुड़ी होती है। लोगों की स्मृतियां, उनका लगाव उनके जन्म भूमि से हमेशा बना रहता है। भले ही लोगों को विभिन्न देशों में बांट दिया जाए, किंतु उनके मन की भावनाओं, उनके वतन के प्रति उनके लगाव को नहीं बांटा जा सकता। जिस प्रकार सिख बीबी भारत में रहते हुए भी अपना वतन लाहौर को मानती है तथा साफिया से सौगात में लाहौरी नमक लाने की मांग करती है। उसी प्रकार ढाका का कस्टम अधिकारी कलकत्ता में रहकर भी अपने वतन ढाका के डाभ को नहीं भूल पाए। ठीक इसी प्रकार पाकिस्तानी कस्टम अधिकारी देहली को अपना वतन मानता है।
प्रश्न 7: नामक कहानी में भारत व पाक की जनता के आरोपित भेदभाव के बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है। कैसे?
उत्तर: नामक कहानी में भारत व पाक की जनता के आरोपित भेदभावों के बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है। भले ही राजनीतिक कारणों से भारत-पाकिस्तान का विभाजन कर दिया गया हो, किंतु उन देशों के लोगों की भावनाएं, उनका अपने देश, अपनी धरती के प्रति लगाव को नहीं बांटा जा सकता। देश के विभाजन से देशवासियों का बंटवारा भले ही हो गया हो, किंतु उनकी भावनाएं, उनका अपने धरती, अपने मित्र, अपने भाईयों के प्रति लगाव को कभी भी नहीं बांट सकते। जिस प्रकार सिख बीबी भारत में रहते हुए भी अपना वतन लाहौर को मानती है तथा सौगात में वह लाहौरी नमक की मांग करती है। उसी प्रकार पाकिस्तानी कस्टम अधिकारी देहली को अपना वतन मानता है।