काले मेघा पानी दे
धर्मवीर भारती
धर्मवीर भारती
धर्मवीर भारती का संस्मरण "काले मेघा पानी दे" लोक-विश्वास और विज्ञान के बीच के द्वंद्व को चित्रित करता है। गर्मी के दिनों में जब पानी की कमी हो जाती है, तब गाँव के बच्चे "इंद्र सेना" के रूप में घर-घर जाकर पानी माँगते हैं। वे "काले मेघा पानी दे" जैसे गीत गाते हुए वर्षा की कामना करते हैं। लेखक, जो स्वयं भी उस समय के किशोर थे, इस परंपरा को अंधविश्वास मानते हैं। उनकी जीजी, जो उन्हें बहुत प्यार करती थीं, इस परंपरा को धार्मिक दृष्टिकोण से सही ठहराती हैं। वह बताती हैं कि यह पानी की बर्बादी नहीं, बल्कि इंद्रदेव को प्रसन्न करने का उपाय है। लेखक और उनकी जीजी के बीच इस विषय पर विचार-विमर्श होता है, जिसमें विश्वास और तर्क के बीच संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया जाता है।
1. "काले मेघा पानी दे" के लेखक कौन हैं?
A) प्रेमचंद
B) धर्मवीर भारती ✅
C) महादेवी वर्मा
D) सुमित्रानंदन पंत
2. गाँव के बच्चों की टोली को क्या कहा जाता था?
A) इंद्र सेना ✅
B) मेढ़क मंडली
C) गंगा सेना
D) वर्षा दल
3. लेखक के अनुसार, इंद्र सेना की परंपरा क्या है?
A) धार्मिक अनुष्ठान
B) अंधविश्वास ✅
C) सांस्कृतिक उत्सव
D) वैज्ञानिक प्रयोग
4. लेखक की जीजी ने पानी फेंकने को किस रूप में प्रस्तुत किया?
A) पानी की बर्बादी
B) इंद्रदेव को प्रसन्न करने का उपाय ✅
C) सामाजिक कर्तव्य
D) धार्मिक अनुष्ठान
5. "काले मेघा पानी दे" गीत में "गगरी फूटी बैल पियासा" का क्या अर्थ है?
A) पानी की कमी का संकेत ✅
B) बैलों की प्यास का चित्रण
C) वर्षा की प्रतीक्षा
D) सभी उपर्युक्त
6. लेखक ने किसे "पानी का अर्क" कहा?
A) इंद्रदेव
B) जीजी
C) इंद्र सेना
D) वर्षा
7. लेखक ने किसे "पाखंड" कहा?
A) इंद्र सेना की परंपरा ✅
B) जीजी का विश्वास
C) गाँववालों की श्रद्धा
D) वर्षा की प्रतीक्षा
8. लेखक की जीजी का क्या नाम था?
A) अज्ञात
B) राधा
C) सुमित्रा
D) जीजी ✅
9. लेखक के अनुसार, विश्वास और तर्क के बीच क्या होना चाहिए?
A) संघर्ष
B) संतुलन ✅
C) विरोध
D) अनुपस्थिति
10. "काले मेघा पानी दे" संस्मरण में मुख्य विषय क्या है?
A) प्रेम
B) विज्ञान और विश्वास का द्वंद्व ✅
C) समाज सुधार
D) पर्यावरण संरक्षण
प्रश्न 1: लोगों ने लड़कों की टोली को मेंढक मंडली नाम किस आधार पर दिया? यह टोली स्वयं को इंदर सेना कहकर क्यों बुलाती थी?
उत्तर: बारिश न होने के कारण गांव के 10 - 18 वर्ष के बच्चे टोली बनाकर गली-गली में घूम कर लोगों से पानी मांगते थे। जब लोग उन पर पानी डालते थे, तो वे प्रसन्न होकर वहां उत्पन्न कीचड़ से लोट-पोट हो जाते थे। कुछ लोगों को यह पसंद नहीं था, अतः वह उस टोली को मेंढक मंडली कहते थे क्योंकि वे इसे गंवारपन और अंधविश्वास समझते थे।
जबकि उस टोली के बच्चे स्वयं को इंदर की सेना के सैनिक मानते थे और इसलिए वे इंद्र के लिए पानी मांगते थे। अतः वे स्वयं को इंदर सेना के नाम से पुकारते थे।
प्रश्न 2: जीजी ने इंदर सेना पर पानी फेंके जाने को किस तरह से सही ठहराया?
उत्तर: जीजी ने इंदर सेना पर पानी फेंके जाने को निम्नलिखित तरह से सही ठहराया -
इंद्र को जल का अर्ध्य चढ़ाना : जीजी का मानना था कि लोग इंदर सेना के द्वारा इंद्र को जल का अर्ध्य चढ़ाते थे, जिससे वह प्रसन्न होकर वर्षा करें।
दान की महिमा : ऋषि मुनियों ने दान को सबसे ऊंचा स्थान दिया है। उसका मानना था कि जिस चीज की तुम्हें आवश्यकता हो, जो तुम्हारे पास कम हो उसे दूसरों को दान कर देना ही त्याग है।
पानी की बुवाई करना : जिस प्रकार किसान खेतों में फसल उगाने के लिए जमीन पर बीज बोता है, उसी प्रकार वे भी इंदर सेना पर पानी डालकर पानी की बुवाई करते हैं, जिससे उन्हें वैसे ही पानी वाले बादलों की फसल मिले।
प्रश्न 3: 'पानी दे गुड़धानी दे' मेघों से पानी के साथ-साथ गुड़धानी की मांग क्यों की जा रही है?
उत्तर: अनाज एवं गुड़ के मिश्रण को गुड़धानी कहते हैं। यहां पर गुड़धानी से तात्पर्य 'अच्छी फसल' से हैं। हमारी अर्थव्यवस्था कृषि पर ही आधारित है। इस कारण जब अच्छी वर्षा होगी, तभी अच्छी फसल की प्राप्ति होगी, इसलिए पानी के साथ गुड़धानी की मांग की जा रही है। गुड़धानी यहां पर प्रसन्नता और खुशहाली का प्रतीक है। इस प्रकार काले मेघा पानी दे में इंदर सेना पानी दे गुड़धानी दे अर्थात् पानी के साथ अच्छी फसल, खुशहाली की मांग कर रही है।
प्रश्न 4: गैरी-फूटी बैल प्यासा इंदर सैन के इस खेल गीत में बैलों के प्यासा रहने की बात क्यों मुखरित हुई है?
उत्तर: गगरी फूटी बैल प्यासा अंदर सेवा के इस खेल गेट में बैलों की प्यास रहने की बात कृषि के संदर्भ में विकृत हुई है क्योंकि बहन भारतीय कृषि की रीडर की हड्डी है। बैलों के द्वारा ही भारतीय कृषक अपने खेतों जुताई कर बीज की बुवाई करते हैं। बैलों के मदद से ही फसल की मिंजाई भी होती है। अतः बैलों के प्यासा रहने से कृषि भी प्रभावित होती है। यदि बैल तृप्ति होंगे, तो खेती में किसानों की मेहनत को बल मिलेगा और अच्छी फसल होगी जिससे धरती फसलों से संपन्न होगी।
प्रश्न 5: इंदर सेना सबसे पहले 'गंगा मैया की जय' क्यों बुलाती है? नदियों का भारतीय सामाजिक, सांस्कृतिक परिवेश में क्या महत्व है?
उत्तर: भारतीय संस्कृति में नदियों का बड़ा महत्व है। भारतीय समाज, संस्कृति में गंगा सबसे पूजनीय नदी हैं जिसका भारतीय इतिहास में धार्मिक, पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। गंगा नदी भारतीयों के लिए केवल नदी ही नहीं अपितु मां है। उसमें पानी नहीं अपितु अमृत के समान जल बहता है। भारतीय संस्कृति में नदियों के किनारे मानव सभ्यताएं फली-फूली है। बड़े-बड़े नगर, तीर्थ स्थल नदियों के किनारे ही स्थित है। ऐसे में स्वाभाविक है कि सभी भारतीय सबसे पहले 'गंगा मैया की जय' ही बोलेंगे, इसलिए इंदर सेना भी सबसे पहले गंगा मैया की जय बोलते हैं।
प्रश्न 6: रिश्तों में हमारी भावना शक्ति का बंट जाना विश्वासों के जंगल में सत्य की राह खोजतीं हमारी बुद्धि को कमजोर करती है। पाठ में जीजी के प्रति लेखक की भावना से स्पष्ट करें।
उत्तर: पाठ में जीजी लेखक धर्मवीर भारती से अनेक धार्मिक कार्य करवाती थी जिसे वह स्वयं अंधविश्वास मानता था। परंतु अपनी जीजी से अत्यधिक प्रेम के कारण वह उसकी सभी बातों को तर्क वितर्क के बिना ही मान लेता था। जैसे वह इंदर सेना पर पानी फेंकने का विरोध करता था, किंतु अपनी जीजी के तर्क के आगे हार गया। इसका कारण जीजी के प्रति उसका भावनात्मक लगाव था। अतः हम कह सकते हैं कि रिश्तों में हमारी भावना शक्ति का बंट जाना विश्वासों के जंगल में सत्य की राह खोजतीं हमारी बुद्धि को कमजोर करती है।
प्रश्न 7: क्या इंदर सेना आज के युवा वर्ग का प्रेरणा स्रोत हो सकती है? क्या आपके स्मृति कोष में ऐसा कोई अनुभव है जब युवाओं ने संगठित होकर समाजोपयोगी रचनात्मक कार्य किया हो? उल्लेख करें।
उत्तर: हां, इंदर सेना आज के युवा वर्ग का प्रेरणा स्त्रोत बन सकता हैं क्योंकि किसी भी सामाजिक समस्या को यदि सुलझाना हो तो उसके लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक होता है। इंदर सेना ने इसी प्रकार सामूहिक प्रयास किया यद्यपि उन्हें गांव वालों की आलोचना का सामना करना पड़ा, फिर भी उन्होंने साहस नहीं छोड़ी। सामूहिक रूप से किया गया प्रयास किसी भी आंदोलन को सफल बना सकता है। जैसे पर्यावरण संबंधी चिपको आंदोलन सामूहिक प्रयास से ही सफल हुआ।
प्रश्न 8: लेखक की जीजी का विश्वास और लेखक की वैज्ञानिक सोच के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: लेखक की जीजी धार्मिक विश्वासों में दृढ़ विश्वास रखती थीं और पानी फेंकने को इंद्रदेव को प्रसन्न करने का उपाय मानती थीं। वहीं, लेखक वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखते हुए इसे अंधविश्वास मानते थे। उनके बीच इस विषय पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें विश्वास और तर्क के बीच संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रश्न 9: लेखक और उनकी जीजी के बीच विश्वास और तर्क के संतुलन पर चर्चा कीजिए।
उत्तर: लेखक और जीजी के बीच विश्वास और तर्क के संतुलन पर चर्चा हुई, जिसमें जीजी ने विश्वास को महत्वपूर्ण बताया, जबकि लेखक ने तर्क और वैज्ञानिक सोच को प्राथमिकता दी। इस चर्चा से यह स्पष्ट होता है कि दोनों दृष्टिकोणों में संतुलन आवश्यक है।
प्रश्न 10: "काले मेघा पानी दे" संस्मरण का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: यह संस्मरण समाज में विश्वास और तर्क के बीच संतुलन की आवश्यकता को उजागर करता है। यह पाठकों को सोचने पर मजबूर करता है कि परंपराओं और विश्वासों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखना चाहिए।